टैरो को कई नाम से पुकारा जाता था शुरुआत से इसका जो नाम था वह था टेराक टोरा तैराकिन आदि नामो से जाना जाता था आजकल यह टैरो के नाम से ज्यादा प्रचलन में है टैरो दो शब्दों से मिलकर बना है तार और रोज टार को हम कह सकते हैं वे ऑफ लाइफ रोज को रॉयल कह सकते हैं इसका मतलब है रॉयल तरीके से जिंदगी को जीना उदाहरण मान लीजिए किसी को समझ नहीं आ रहा नौकरी करूं या बिजनेस करूं तो यह सही रास्ता दिखाने में मदद करते हैं एक और उदाहरण से समझा जा सकता है रॉयल मतलब एक राजा जैसी जिंदगी जैसे कोई राजा कहीं जाने से पहले अपने मंत्रियों को भेजता है पता करवाता है कि वह जगह कैसी है वहां जाना चाहिए या नहीं उसी तरीके से टैरो कार्ड रीडिंग के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि यदि आप कोई काम करने जा रहे हैं तो वह करना सही होगा या नहीं तो टैरोट कार्डस से बहुत आसानी से जान सकते हैं| अब हम जानेंगे की
Tarot Card Reading Kya Hain?
Tarot Card Reading करते समय भविष्यवाणी करने में जिन चीजों से सहायता मिलती है वह है पहला Numerology जिससे हम जान सकते हैं कि हर कार्ड पर एक नंबर दिया होता है उस नंबर का एक अर्थ होता है जो हमें मदद करता है दूसरा Astrology जिसमें शकुन शास्त्र को भी इसमें देखा गया है जो पहले के समय में बहुत माना जाता था पहले का व्यक्ति नेचर से कनेक्टेड रहता था और वह शकुन शास्त्र के द्वारा यह जान पाता था कि भविष्य में क्या होने वाला है परंतु समय की व्यस्तता होने के कारण आज के व्यक्ति ने नेचर के साथ जुड़ना बहुत कम कर दिया है या कह सकते हैं कि समय का अभाव होता है पर जब एक कार्ड रीडर खुद को कार्ड्स के साथ जोड़ता है कनेक्ट करता है तो उसे नेचर से जुड़ने का मौका मिलता है तीसरा कार्ड्स के अंदर हमें कई तरह के कलर रंग दिखाई देते हैं जिसे कलर सिंबलॉजी कहां जाता है और जिससे बहुत मदद मिलती है चौथा पिक्चर सिंबलॉजी होती है कार्ड के अंदर कई तरह के चित्र बने होते हैं जिससे यह जानने में मदद मिलती है कि जो व्यक्ति रीडिंग करवा रहा है उसकी जिंदगी में क्या चल रहा है भविष्यवाणी करते समय इन सभी चीजों से जो ऊपर दी गई हैं कार्ड रीडर को सहायता मिलती है और वह इन सब का प्रयोग करके अपने अवचेतन मन से जुड़कर सामने वाले को उसके जीवन से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानी का हल बता पाता है|Read More :What is astrology And how does it work
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मंगल दोष क्या होता है आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है की मांगलिक दोष एक बहुत बड़ा दोष हैTarot Card Reading ज्योतिष का ही हिस्सा माना जाता है वैदिक ज्योतिष में जिस तरह किसी व्यक्ति का भविष्य जानने के लिए जन्म कुंडली हस्तरेखा और अंक ज्योतिष का अध्ययन किया जाता है उसी तरह टैरो कार्ड रीडिंग को आधुनिक या आज के युग में बहुत प्रचलित माना जाता है जिस तरह ज्योतिष ग्रहों पर आधारित है,(सूर्य मंगल चंद्र शुक्र गुरु बुध शनि राहु केतु) उसी तरह अंक ज्योतिष में भी अंको का अध्ययन किया जाता है उसी प्रकार टैरो कार्ड रीडिंग भविष्य जानने का एक अच्छा माध्यम है जिसमें बहुत कुछ होता है जैसे तस्वीरें अंक रंग संकेत पृथ्वी जल वायु अग्नि आकाश जैसे तत्व विद्यमान है जिनके आधार पर टैरो रीडिंग की जाती है एक अच्छा टैरो रीडर बनने के लिए कई चीजों की आवश्यकता होती है अच्छी आत्मा यानी सोल का होना आवश्यक है व्यक्ति को आध्यात्मिक और व्यवहारिक गुणों का ज्ञान होना क्योंकि एक अच्छा व्यक्ति ही समाज में अच्छाई को आगे ले जाने का काम करता है यदि व्यक्ति का मन अच्छा होगा दूसरे की भला करने की सोच होगी तभी वह डिवाइन एनर्जी से कनेक्ट कर सकेगा और जीवन में आने वाली बाधाओं को हल करने में दूसरों की मदद कर पाएगा टैरो कार्ड रीडिंग ज्योतिष फलादेश की एक अद्भुत और प्राचीन विद्या है जिसके माध्यम से भविष्य में होने वाली घटनाओं को देखने उनको समझने और उनसे जुड़ी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया जाता है इसे विभिन्न प्रकार के चित्रों के माध्यम से प्रयोग किया जाता है जो स्वयं में एक अलग अर्थ लिए होते हैं इसमें हर कार्ड का परिस्थिति के हिसाब से एक अलग अर्थ होता हैइसमें किसी व्यक्ति का भूतकाल भी देख सकते हैं वर्तमान भी देख सकते हैं और भविष्य काल भी देख सकते हैं इसमें रिश्तो को कैसे ठीक किया जाए कैसे काम को अच्छा किया जाए या क्या काम किया जाए यह हर किसी के लिए उपयोगी है जैसे मान लीजिए किसी व्यक्ति के पास उसकी जन्मतिथि मैं उसे समय नहीं पता तो वह भी अपनी रीडिंग करवा सकता है अपना भविष्य जान सकता है या हम कह सकते हैं यदि किसी को अपनी पूरी जन्म तिथि भी ना मालूम हो तो भी वह अपने वर्तमान भविष्य भूतकाल के बारे में जान सकता है इसका सबसे बड़ा फायदा यही है कि ऐसे व्यक्ति जिनके पास जन्म का कोई प्रमाण नहीं उन्हें परेशान नहीं होना पड़ेगा कि वह किस तरह अपने बारे में जाने इसलिए यह सभी के लिए उपयोगी है इसमें 2 लोगों की आवश्यकता होती है एक जो टैरो कार्ड रीडिंग करता है और एक जो टैरो कार्ड रीडिंग करवाता है अब होता क्या है जब जो व्यक्ति टैरो कार्ड रीडिंग कर रहा है वह इन कार्ड्स को पहले अपने अवचेतन मन से ईश्वर के द्वारा कनेक्ट करता है फिर वह रीडिंग करवाने वाले व्यक्ति को इसके बारे में बताता है कि वह अपने मन में ईश्वर को जिसे भी वह मानता है याद करके अपना सवाल बताएं सकारात्मक तरीके से और एक कार्ड निकाले इस तरह से यह टैरो कार्ड रीडिंग काम करती है कई बार व्यक्ति को लगता है कि सिर्फ 78 कार्ड्स में सब कुछ कैसे पता चल सकता है परंतु इसमें व्यक्ति के जीवन से संबंधित कई ऐसे चित्रों का वर्णन है जो उसकी सिचुएशन से मिलते जुलते प्रतीत होते हैं जिसके आधार पर रीडिंग की जाती है|